हे निर्लज्ज वामपंथियों, मैं तुमसे पूछना चाहता हूँ इतनी मक्कारी कहाँ से लाते हो? और क्या तुम्हें इस मक्कारी का प्रदर्शन करते हुए जरा भी लज्जा का अनुभव नहीं होता?
Continue readingराम मंदिर के लिए खुश अपने ही साथियों पर कथित असली रंग दिखा देने का आरोप लगा रहे मक्कार वामपंथी – लिबरलों के नाम एक खुला पत्र
